alone sad shayari: मैं अकेला नहीं मेरी तन्हाई मेरे साथ हैं

ज़िंदगी में एक समय ऐसा आता है जब भीड़ में भी अकेलापन महसूस होता है। जब अपनों का साथ छूट जाए, और दिल की बात कहने वाला कोई न हो, तब हर लम्हा बन जाता हैं । ऐसे वक्त में Alone sad shayari उस दर्द को शब्दों में ढाल देती है जो सीधा दिल से निकलता है।
Alone sad shayari सिर्फ तन्हाई का बयान नहीं है, यह उन एहसासों की गहराई है जिसे हर कोई समझ नहीं पाता। जब रातें नींद से खाली होती हैं और आंखें आंसुओं से भरी, तब एक शायरी ही राहत देती है। चाहे प्यार अधूरा रह गया हो या अपने ही पराए हो गए हों — हर हालात को Alone sad shayari बयां कर सकती है।
आज की इस पोस्ट में हम आपके लिए चुनकर लाए हैं कुछ बेहतरीन Alone sad shayari जो न सिर्फ दर्द बयां करती हैं, बल्कि आपके जख़्मों पर मरहम भी बन सकती हैं। ये शायरियाँ दिल से निकली हैं — और उन्हीं के लिए हैं जिनका दिल टूटा है पर आवाज़ नहीं।

रहोगे तुम। ….!!

इसलिए दिमाग वाले से हार गए

उसकी यादें हमेशा साथ रहेंगी

दिल और दिमाग इस हद तक तकलीफ में आ जाता हैं कि
रोने से भी सुकून नहीं मिलता….!!!

जो हर एक रिश्ता दिल से निभाता हैं | |

तुम से पर दिल दुआ हैं मेरा …

हमारे हिस्से में सिर्फ ,बहाने आएं

जितना तुमसे हो गया

मैं उसे क्यों परेशां करूँ !

तकलीफ देने वाला दिल में ही रहता हैं

जिनको देखकर लगता था ,
कि ये उम्र भर साथ देंगे

अंजानी सी सजा ,
मैं कैसे पूछु तकदीर से
मेरा कसूर क्या हैं। ….

मुझे चुप कराने वाला कोई नहीं है

life में सेल खेल खेलना लेकिन
किसी की फिलिंग के साथ
कभी मत खेलना बहुत तकलीफ होती हैं

सिर्फ बातों से ….|

पत्थर तो क्या दिल भी चीयर देती हैं ….

वो कभी आपका नहीं हो सकता

जनाजे में भी लोग कन्धा बदल लेते हैं

कभी धोखा नहीं देतीं
alone sad shayari : जब जमाना बदल जाता है तो लोग क्या चीज हैं
कभी तन्हा रातों से पूछो मेरा हाल,
हर चुप्पी के पीछे छुपा है इक बवाल।
जिसे चाहा उसी ने ठुकरा दिया,
अब तो साया भी साथ छोड़ गया।
अकेले चलना अब आदत बन चुकी है,
क्योंकि अपने कभी साथ चले ही नहीं।
चेहरे पर हँसी, दिल में वीरानी है,
ये अकेलापन मेरी सबसे बड़ी कहानी है।
कोई नहीं समझा मेरे खामोश लबों को,
हर मुस्कान के पीछे बसा है ग़मों का शहर।
रात की चुप्पी में जब आँसू गिरते हैं,
सिर्फ दीवारें गवाही देती हैं।
मोहब्बत में मिली तन्हाई इतनी गहरी है,
अब खुद से मिलने में भी डर लगता है।
वो भी क्या दौर था जब तू पास था,
अब तो तेरी यादें भी सवाल बन गई हैं।
सब पूछते हैं क्यों उदास रहते हो,
किसे बताऊँ तन्हाई कितनी सज़ा देती है।
दिल से निकले हर आह की कीमत होती है,
पर दुनिया इसे शायरी समझ बैठती है।
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